अगर कल खिलाफत क़ायम हो जाये! (मक़ामी हुकूमतों का महकमा)

मक़ामी हुकूमतों का महकमा
(Department of Local Administration)

खलीफा इस हुकूमत का महकमा मुक़र्रर करेगा। इन हुकूमतों के पास वफाक़ी इंतेज़ामिया जैसे इख्तियारात होंगे. यह हुकूमतें मौजूदा मक़ामी इंतेज़ामिया की तरह काम करेगी सिर्फ करप्शन को खत्म कर दिया जायेगा. दूसरे महकमो (मवासलात व आमदोरफ्त, तवानाई और ज़राआत) से राब्ता बनाये रखेगा ताकि इलाक़े की ज़रूरी सहुलियतें मयस्सर आ सकें मसलन टेलीफोन, पानी, बिजली, स्वीवर और सड़कें बैनल अक़वामी मेयार के मुताबिक़ होगी.

इस महकमे का काम इमारात का मुआयना भी होगा ताकि मुख्तलिफ इमारात का आपस में सड़क से फासला यक़ीनी बनाया जा सके। यह इमारात के लिये ज़रूरी है की उस में एक जाये पनाह हो. जिहाद के वक्त लोगों को पनाह दे और उस में एक कार पार्किंग हो, मुफ्त कार पार्किंग भी शहरियों को मयस्सर की जायेगी.

इस महकमे का काम अवाम को बिजली और गैस की सहूलियात फराहम करना भी है. इस के अलावा सड़कें और गलियाँ बनाना और रस्तों को रोशन रखना. यह काम महकमा-ए-तवानाई (Department of energy) के साथ मिल कर किया जायेगा. लावारिस अफराद की तदफीन का इंतेज़ाम और क़बरों की देखभाल भी इस महकमे के पास है. गलियों और इलाक़े की सफाई और रिहाईश इलाके और फैकट्रीयों से कचरे को उठाना भी इसी महकमे की ज़िम्मेदारी है. अवाम के लिये मुख्तलिफ पार्क बनाये जायेंगे जिसमें में मुख्तलिफ फलों के दरख्त लगाऐ जायेंगे और इस के अलावा फूल और दूसरे पौधे लगाये जायेंगे. फैकट्रियों और सडकों के किनारे पर भी यही फ़ल फूल लगाये जायेंगे जिस के लिये महकमाये ज़राअत की खिदमात हासिल की जायेंगी.यह महकमा मुख्तलिफ होटलों, फैक्टरियों या बाज़ारों में सेहत के मआमलात का ज़िम्मेदार नहीं होगा. यह काम महकमाये सेहत का होगा. ना ही इस महकमे का काम बाज़ारों में ग़ैर-क़ानूनी खरीदो फरोख्त पर नज़र रखना है. यह काम क़ाज़ी का है क्योंकि उस का काम क़ानून को तोडने वालों को सज़ा देना है.
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