➡ सवाल नं. (51) क्या खिलाफत में कला (Arts) को गैर-क़ानूनी तस्लीम किया जाएगा?
⭐ कला (Arts) और संस्कृति समाज का बौद्धिक स्तर और वैचारीक दिशा बतातें है। इसलिए इसे राज्य में जागरुकता और आत्म विश्वास के लिए फरोग़ (प्रोत्साहन) दिया जाएगा। राष्ट्र और विदेश का विज़न (दूरदर्शिता) बताने में यह मददगार और आवश्यक वसीला है. अपने मुल्क मे अपनी और दूसरो की पहचान का शऊर लाने में मददगार है। चूंकि खिलाफत कला पर खास तवोज्जह देगी और इसके बढावे मे हर मुमकिन तरीक़े से मदद करेगी, हालांकि इस क्षेत्र की प्रकृति की वजह से उपचार सुनिश्चित किया जाएगा ताकि तमाम चीज़े क़ाबिले क़बूल हो जाए ।
🔱🔱खिलाफते राशिदा सानी (II nd) पर 100 सवाल🔱🔱
➡ सवाल नं. (52) क्या खिलाफत अंतराष्ट्रीय खेल जैसे ओलम्पिक्स में भाग लेगी?
👉इस्लाम में खेल-कूद की इजाज़त है और इसलिए अंतराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेना जायज़ है। खिलाफत की तरफ से भेजे जाने वाली टीमें, राज्य की प्रथिमकताओं (priorities) पर ही निर्भर करती है।
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